प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वर्चुअल माध्यम से ₹76.5 करोड़ की लागत से बने इंदौर मिल्क पाउडर प्लांट का उद्घाटन किया। यह अत्याधुनिक संयंत्र इंदौर कोऑपरेटिव मिल्क यूनियन के तहत स्थापित किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, यह प्लांट प्रतिदिन 30 मीट्रिक टन दूध पाउडर उत्पादन करने में सक्षम है और इससे प्रदेश में दुग्ध उत्पादों के प्रसंस्करण व मूल्यवर्धन को बड़ी गति मिलेगी।
यह परियोजना राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अंतर्गत शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य दूध उत्पादन, गुणवत्ता सुधार और ग्रामीण डेयरी उद्योग को प्रोत्साहित करना है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि भारत आज कृषि और डेयरी क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने किसानों और दुग्ध उत्पादकों से उत्पादन बढ़ाने और तकनीक अपनाने का आह्वान किया।
इंदौर मिल्क यूनियन के अधिकारियों ने बताया कि इस प्लांट में नवीनतम उपकरण लगाए गए हैं, जो दूध को उच्च गुणवत्ता वाले पाउडर में बदलने की प्रक्रिया को स्वचालित रूप से संचालित करते हैं। यह प्लांट न केवल मध्यप्रदेश बल्कि पड़ोसी राज्यों में भी दूध पाउडर की मांग पूरी करेगा।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य छोटे किसानों और दुग्ध उत्पादकों की आय को बढ़ाना है, जिसके लिए देशभर में सहकारी डेयरी नेटवर्क को मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने इस परियोजना को “ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने वाला कदम” बताया।
इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री, स्थानीय सांसद और डेयरी यूनियन से जुड़े प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
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