भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी विदेश दौरे की आधिकारिक घोषणा की है। मंत्रालय के अनुसार, पीएम मोदी 29 और 30 अगस्त को जापान के दौरे पर रहेंगे और वहां 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना, आर्थिक सहयोग बढ़ाना और क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा करना है।
जापान दौरे के बाद प्रधानमंत्री 31 अगस्त को चीन के टियांजिन शहर जाएंगे, जहां वे शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। SCO शिखर सम्मेलन में मुख्य रूप से सदस्य देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा की जाती है। प्रधानमंत्री मोदी की भागीदारी से भारत की सक्रिय भूमिका और क्षेत्रीय स्थिरता में योगदान स्पष्ट रूप से सामने आएगा।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस दौरे के दौरान भारत और जापान के बीच निवेश, तकनीकी सहयोग, ऊर्जा सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन जैसी महत्वपूर्ण पहलों पर चर्चा होगी। वहीं, SCO सम्मेलन में भारत अपने रणनीतिक हितों और क्षेत्रीय सुरक्षा चिंताओं को साझा करेगा।
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विशेषज्ञों का मानना है कि यह दौरा भारत की वैश्विक कूटनीतिक सक्रियता को और बढ़ाएगा और एशियाई देशों के साथ सहयोग को मजबूत करने में मदद करेगा। दोनों दौरों का उद्देश्य केवल राजनीतिक संबंधों को नहीं, बल्कि आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी को भी सुदृढ़ करना है।
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