पुणे नगर निगम (PMC) ने शहर की स्वच्छता और सीवेज प्रबंधन को आधुनिक बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। निगम ने घोषणा की है कि वह 81 करोड़ रुपये की लागत से 2,515 किलोमीटर लंबी सीवेज लाइनों की सफाई करेगा — और यह पूरा कार्य बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के किया जाएगा।
यह पहल शहर में मैनुअल सीवेज सफाई को पूरी तरह समाप्त करने और सुरक्षित व स्वचालित तकनीकों को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। PMC के अनुसार, इस परियोजना के तहत उन्नत हाइड्रोजेट मशीनें, रोबोटिक क्लीनिंग डिवाइस, और स्मार्ट मॉनिटरिंग सिस्टम का उपयोग किया जाएगा, ताकि कर्मचारियों को खतरनाक परिस्थितियों में उतरना न पड़े।
अधिकारियों ने बताया कि इस योजना के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और ठेकेदारों को तकनीकी मानकों के साथ सुरक्षा दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करना होगा। परियोजना का उद्देश्य नालों की जाम की समस्या को रोकना, सीवेज प्रवाह को सुचारू रखना और पर्यावरणीय प्रदूषण को कम करना है।
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पुणे नगर निगम ने यह भी कहा कि इस कदम से न केवल शहर के नागरिकों को बेहतर स्वच्छता मिलेगी, बल्कि सीवेज सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। हाल के वर्षों में मैनुअल सफाई के दौरान कई हादसे होने के बाद यह कदम सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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