पंजाब के DIG हरचरन सिंह भुल्लर को रिश्वत मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। यह कार्रवाई केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा की गई थी, जिसने भुल्लर को उनके सहयोगी किर्षाणु शारदा के साथ गिरफ्तार किया।
CBI के अनुसार, यह मामला 8 लाख रुपये की रिश्वत से संबंधित है। आरोप है कि DIG भुल्लर और उनके सहयोगी ने अवैध तरीके से धन की मांग की और स्वीकार किया। गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच अभी जारी है और CBI अधिक सबूत और दस्तावेज़ इकट्ठा कर रही है। जांच एजेंसी ने यह भी स्पष्ट किया कि गिरफ्तारी के पीछे पूरा तथ्य और सबूत मौजूद हैं, और कार्रवाई कानून के अनुसार की जा रही है।
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इस मामले ने पंजाब में प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों की पारदर्शिता और नैतिकता पर सवाल खड़ा कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि DIG भुल्लर का मामला भ्रष्टाचार और रिश्वत जैसे संवेदनशील मुद्दों पर कड़ा संदेश देता है कि कानून के सामने किसी को भी सुरक्षा नहीं है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस गिरफ्तारी से अन्य अधिकारियों में सतर्कता और जवाबदेही बढ़ेगी। इसके साथ ही, CBI की कार्रवाई ने यह संकेत दिया है कि भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
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