रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर कहा कि कुछ देश खुलेआम वैश्विक मानकों और अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि आज की वैश्विक चुनौतियों का सामना पुराने और अप्रभावी बहुपक्षीय ढांचों के माध्यम से नहीं किया जा सकता।
राजनाथ सिंह ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र (U.N.) आज विश्वास संकट का सामना कर रहा है। उनका कहना है कि बिना व्यापक सुधारों और समग्र बहुपक्षीय प्रणाली के पुनर्निर्माण के, U.N. वैश्विक सुरक्षा और शांति बनाए रखने में असमर्थ होगा। उन्होंने जोर दिया कि आज की दुनिया में सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और मानवाधिकार जैसे मुद्दे तेजी से बदल रहे हैं, और इनका समाधान पुराने ढांचों से संभव नहीं।
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि वैश्विक चुनौतियों का समाधान केवल राष्ट्रीय प्रयासों तक सीमित नहीं रह सकता। इसके लिए सशक्त अंतरराष्ट्रीय सहयोग, बहुपक्षीय संस्थाओं की प्रभावशीलता और उनके ढांचों का समयानुसार सुधार आवश्यक है। उन्होंने विशेष रूप से बताया कि यदि U.N. के ढांचे को आज की वैश्विक वास्तविकताओं और सुरक्षा खतरों के अनुरूप नहीं ढाला गया, तो इसकी विश्वसनीयता पर गंभीर असर पड़ेगा।
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राजनाथ सिंह ने वैश्विक नेताओं को आह्वान किया कि विश्व शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए संयुक्त प्रयास किए जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि बहुपक्षीय संस्थाएं समय पर सुधार नहीं करतीं, तो यह वैश्विक स्थिरता और विश्वास के लिए खतरा बन सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, रक्षा मंत्री के बयान से यह साफ है कि भारत वैश्विक मंच पर जिम्मेदारी और सहयोग का संदेश देने के पक्ष में है, साथ ही वह बहुपक्षीय संस्थाओं में सुधार के लिए भी जोर दे रहा है।
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