रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि भारतीय सैनिक आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई उनके धर्म के आधार पर नहीं, बल्कि उनके अपराध और कर्म के कारण करते हैं। उन्होंने कहा कि सेना का लक्ष्य हमेशा देश की सुरक्षा और शांति बनाए रखना है, न कि किसी विशेष समुदाय को निशाना बनाना।
राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद चलाए गए सैन्य अभियान पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस हमले का जवाब भारतीय सेना ने सटीक और प्रभावी तरीके से दिया है। “हमारे जवानों ने उन आतंकियों को खत्म किया, जो निर्दोष नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की हत्या के जिम्मेदार थे। यह कार्रवाई उनके कर्म के आधार पर हुई, धर्म के आधार पर नहीं,” उन्होंने जोर देकर कहा।
उन्होंने सीमा क्षेत्रों के लोगों की भी प्रशंसा की, जिन्होंने सेना और प्रशासन को हर संभव सहयोग दिया। “आपकी हिम्मत और देशभक्ति से हमारे जवान और भी मजबूत होते हैं। यह लड़ाई सिर्फ सेना की नहीं, पूरे देश की है”।
और पढ़ें: डीआरडीओ ने एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली का सफल परीक्षण किया
रक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम है और देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान उस समय आया है जब आतंकवाद को धर्म से जोड़ने की कोशिशें हो रही थीं। राजनाथ सिंह के शब्दों ने स्पष्ट संदेश दिया कि भारतीय सेना केवल राष्ट्रहित और न्याय के सिद्धांत पर काम करती है।
और पढ़ें: भारत दुनिया की सबसे दर्शनीय और गतिशील अर्थव्यवस्था, कुछ लोग इसे पसंद नहीं करते: राजनाथ सिंह