राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मंगलवार को राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) के साथ मिलकर राज्य में छात्रसंघ चुनाव बहाली की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। यह प्रदर्शन जयपुर में आयोजित किया गया, जहां एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने लंबे समय से स्थगित छात्रसंघ चुनावों को दोबारा शुरू करने की मांग की।
सचिन पायलट ने एनएसयूआई के समर्थन में कहा कि छात्रसंघ चुनाव लोकतंत्र की जड़ को मजबूत करने का महत्वपूर्ण साधन है। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपने प्रतिनिधि चुनने का अधिकार मिलना चाहिए ताकि उनकी समस्याओं का समाधान लोकतांत्रिक तरीके से हो सके।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने विरोध प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, जिसके चलते कुछ कार्यकर्ताओं और नेताओं को हिरासत में भी लिया गया। मौके पर मौजूद पायलट ने पुलिस कार्रवाई पर आपत्ति जताई और कहा कि शांतिपूर्ण विरोध करना प्रत्येक छात्र और नागरिक का अधिकार है।
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एनएसयूआई के नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार ने पिछले कुछ वर्षों से छात्रसंघ चुनाव स्थगित कर रखे हैं, जिससे छात्रों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही चुनावों की घोषणा नहीं की गई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
सचिन पायलट का यह कदम छात्र राजनीति में नई ऊर्जा भरने वाला माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह प्रदर्शन आने वाले विधानसभा चुनावों पर भी प्रभाव डाल सकता है, क्योंकि युवाओं का समर्थन किसी भी राजनीतिक दल के लिए निर्णायक साबित हो सकता है।
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