बहुचर्चित शीना बोरा हत्याकांड में एक अहम मोड़ आया है। गवाह और आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की बेटी विधि मुखर्जी ने अपनी गवाही में बड़ा पलटवार किया है। विधि ने अब अदालत में स्वीकार किया कि सीबीआई ने वास्तव में उनका बयान दर्ज किया था। यह दावा उनके पहले के बयान के विपरीत है, जिसमें उन्होंने दो दिन पहले ही गवाही देते हुए कहा था कि उन्होंने जांच एजेंसियों के सामने कोई बयान दर्ज नहीं कराया था।
अदालत में दिए गए इस नए बयान ने पूरे मामले में नई जटिलताएं खड़ी कर दी हैं। अदालत के समक्ष विधि ने यह स्पष्ट किया कि उन्होंने जो पहले कहा था, वह गलत था और वास्तव में सीबीआई ने उनका बयान दर्ज किया था। हालांकि, उनके इस यू-टर्न से न केवल बचाव पक्ष बल्कि अभियोजन पक्ष के लिए भी कई सवाल खड़े हो गए हैं।
शीना बोरा हत्याकांड, जो 2012 में हुआ था और 2015 में सामने आया, अब तक देश के सबसे चर्चित आपराधिक मामलों में से एक बना हुआ है। इसमें इंद्राणी मुखर्जी, उनके पति पीटर मुखर्जी सहित अन्य आरोपियों पर हत्या, आपराधिक षड्यंत्र और साक्ष्य मिटाने के गंभीर आरोप लगे हैं।
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विधि मुखर्जी का बयान इस मामले में अहम माना जा रहा है क्योंकि वह आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की करीबी रिश्तेदार हैं। अदालत में उनके रुख में आए इस बदलाव से बचाव पक्ष को गवाही की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने का अवसर मिल सकता है।
इस मामले की अगली सुनवाई में अदालत यह देखेगी कि विधि के इस नए बयान का पूरे मुकदमे पर क्या असर पड़ता है और क्या यह अभियोजन पक्ष की दलीलों को मजबूत करेगा या कमज़ोर।
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