भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने रविवार को बड़ा दावा करते हुए कहा कि राज्य में करीब 1 करोड़ रोहिंग्या, बांग्लादेशी और फर्जी मतदाता मौजूद हैं। उन्होंने चुनाव आयोग (ईसीआई) से तत्काल जांच और कार्रवाई करने की मांग की।
अधिकारी ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता के लिए इन फर्जी मतदाताओं की पहचान और उन्हें हटाना बेहद जरूरी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह स्थिति राज्य में लोकतंत्र को प्रभावित कर रही है और निष्पक्ष चुनाव के लिए गंभीर खतरा है।
केंद्रीय मंत्री सुकांता मजूमदार ने इस दावे का समर्थन करते हुए कहा कि SIR (Special Intensive Revision) चुनाव आयोग की नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है। उन्होंने याद दिलाया कि वर्ष 2002 में भी पश्चिम बंगाल में SIR अभ्यास किया गया था, जिसके तहत लगभग 20 लाख फर्जी मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए थे।
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भाजपा नेताओं का आरोप है कि सत्तारूढ़ पार्टी वोट बैंक की राजनीति के लिए गैरकानूनी तरीके से रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों को मतदाता सूची में शामिल कर रही है।
अधिकारी ने कहा कि भाजपा इस मुद्दे को चुनाव आयोग के सामने मजबूती से उठाएगी और जरूरत पड़ने पर कानूनी रास्ता भी अपनाएगी। उन्होंने मांग की कि ईसीआई जल्द से जल्द SIR प्रक्रिया शुरू करे ताकि आने वाले चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो सकें।
इस मामले में चुनाव आयोग की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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