माउंट एवरेस्ट के तिब्बती हिस्से में आए भयंकर बर्फीले तूफान के कारण लगभग 1,000 लोग फंसे हुए हैं। इनमें पर्यटक, पर्वतारोहण दल और स्थानीय मार्गदर्शक शामिल हैं। कुछ पर्यटकों को सुरक्षित नीचे लाया जा चुका है, लेकिन अभी भी कई लोग पहाड़ की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फंसे हुए हैं।
तिब्बती प्रशासन और बचाव दल इस संकट से निपटने के लिए 24 घंटे सक्रिय हैं। राहत अभियान में हेलीकॉप्टर, विशेष पर्वतीय बचाव टीमें और स्थानीय सुरक्षा बल शामिल हैं। तेज़ हवाओं, भारी बर्फबारी और घने कोहरे के कारण बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि फंसे हुए लोगों तक भोजन, गर्म कपड़े और दवाइयां पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कई विदेशी और स्थानीय पर्यटक एवरेस्ट बेस कैंप और उत्तरी मार्गों पर अभियान पर थे, जब तूफान अचानक आया। प्रशासन ने अन्य पर्वतारोहियों और ट्रेकिंग दलों से अपील की है कि वे फिलहाल अभियान स्थगित रखें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
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चीन के आपातकालीन प्रबंधन विभाग और तिब्बती स्थानीय प्रशासन ने बचाव अभियान में सैनिकों और आपदा प्रबंधन कर्मियों की मदद ली है। विशेषज्ञों का कहना है कि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौसम अत्यंत अस्थिर होता है, और अचानक आने वाले बर्फीले तूफान से जीवन खतरे में पड़ सकता है।
यह घटना पर्वतारोहण की चुनौतियों और हिमालयी क्षेत्रों में मौसम की अनिश्चितता को उजागर करती है। बचाव दल ने कहा है कि सभी फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक हर व्यक्ति सुरक्षित नहीं पहुंच जाता।
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