पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में लगातार हो रही भारी बारिश ने तिलपाड़ा बैराज को गंभीर संरचनात्मक नुकसान पहुंचाया है। यह बैराज राज्य के उत्तर और दक्षिण को जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग के लिए अहम है। बैराज के क्षतिग्रस्त होने से इस मार्ग पर परिवहन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिससे आम लोगों और व्यापारिक गतिविधियों पर बड़ा असर पड़ा है।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, बारिश के कारण जलस्तर में अचानक वृद्धि हुई, जिससे बैराज के कुछ हिस्सों में दरारें और मिट्टी कटाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। फिलहाल मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है, लेकिन पानी के तेज बहाव और खराब मौसम के कारण इसमें दिक्कतें आ रही हैं।
स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया है कि बैराज की नियमित देखरेख और समय पर मरम्मत न होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। उनका कहना है कि प्रशासन ने पहले से चेतावनी मिलने के बावजूद आवश्यक कदम नहीं उठाए, जिसके परिणामस्वरूप नुकसान और बढ़ गया।
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तिलपाड़ा बैराज बीरभूम और आसपास के जिलों की सिंचाई, जलापूर्ति और परिवहन व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके क्षतिग्रस्त होने से न केवल सड़क मार्ग प्रभावित हुआ है, बल्कि सिंचाई योजनाओं पर भी असर पड़ने की आशंका है।
अधिकारियों का कहना है कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और जल्द से जल्द बैराज को सुरक्षित और कार्यशील बनाने के प्रयास जारी हैं। इस बीच, यातायात को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया जा रहा है ताकि लोगों को न्यूनतम असुविधा हो।
यह घटना एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं के सामने बुनियादी ढांचे की कमजोरियों और समय पर रखरखाव की जरूरत को उजागर करती है।
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