अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि 2026 का जी-20 शिखर सम्मेलन उनके मियामी क्षेत्र स्थित गोल्फ क्लब में आयोजित किया जाएगा। हालांकि इस दावे पर अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है और कई देशों की भागीदारी को लेकर सवाल बने हुए हैं।
ट्रंप के बयान के बाद राजनीतिक हलकों में बहस छिड़ गई है, क्योंकि किसी वैश्विक शिखर सम्मेलन को निजी संपत्ति पर आयोजित करने का यह पहला मामला होगा। आलोचकों का कहना है कि इससे हितों के टकराव (Conflict of Interest) का सवाल उठ सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि चीन और रूस अगले वर्ष होने वाले जी-20 सम्मेलन में भाग लेंगे या नहीं। अंतरराष्ट्रीय संबंधों में मौजूदा तनाव और कूटनीतिक खींचतान को देखते हुए इन देशों की उपस्थिति पर संदेह जताया जा रहा है।
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इस वर्ष का जी-20 शिखर सम्मेलन दक्षिण अफ्रीका में आयोजित होगा, जहां अमेरिका का प्रतिनिधित्व उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस करेंगे। वेंस की मौजूदगी को अमेरिका की कूटनीतिक प्राथमिकताओं और अफ्रीकी महाद्वीप के साथ सहयोग बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि 2026 का सम्मेलन वास्तव में ट्रंप के गोल्फ क्लब में होता है, तो यह न केवल वैश्विक स्तर पर विवाद खड़ा करेगा बल्कि अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय छवि पर भी असर डालेगा।
फिलहाल, ट्रंप के इस बयान को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय और जी-20 सदस्य देशों की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है। आने वाले महीनों में इस पर और स्पष्टता मिलने की संभावना है।
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