अमेरिकी सेना ने कहा है कि उसने पूर्वी प्रशांत महासागर में अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में तीन जहाजों पर सैन्य कार्रवाई की है, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई। यह जानकारी अमेरिकी साउदर्न कमांड (यूएस साउथकॉम) ने सोमवार (15 दिसंबर 2025) को दी। सेना के अनुसार, यह कार्रवाई मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे एक व्यापक सैन्य अभियान का हिस्सा है।
यूएस साउथकॉम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक बयान में कहा कि खुफिया जानकारी से पुष्टि हुई थी कि ये जहाज पूर्वी प्रशांत क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी के लिए इस्तेमाल होने वाले ज्ञात समुद्री मार्गों पर चल रहे थे और सक्रिय रूप से नार्को-ट्रैफिकिंग में शामिल थे। इसी आधार पर अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में इन पर हमला किया गया।
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका ने प्रशांत महासागर और वेनेजुएला के पास कैरिबियन सागर में अब तक 20 से अधिक जहाजों पर हमले किए हैं। इन अभियानों में कम से कम 90 संदिग्ध ड्रग तस्करों के मारे जाने की बात कही गई है। यह अभियान क्षेत्र से हो रही नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।
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हालांकि, मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने के लिए सीधे सैन्य हमलों का इस्तेमाल करना अमेरिका की पारंपरिक नीति से बड़ा बदलाव माना जा रहा है। कुछ कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के हमले गैरकानूनी हत्याओं की श्रेणी में आ सकते हैं। इन आलोचनाओं के बीच ट्रंप प्रशासन ने हमलों की वैधता का बचाव किया है।
पेंटागन के प्रेस सचिव किंग्सले विल्सन ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि साउथकॉम क्षेत्र में की जा रही सभी सैन्य कार्रवाइयां अमेरिकी और अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत वैध हैं और सशस्त्र संघर्ष के कानूनों का पूरी तरह पालन किया जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ये समुद्री हमले वेनेजुएला में संभावित अमेरिकी जमीनी हमलों की भूमिका तैयार कर रहे हैं, जिनके जल्द शुरू होने के संकेत राष्ट्रपति ट्रंप पहले ही दे चुके हैं।
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