मध्यप्रदेश के सीहोर ज़िले में स्थित वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (VIT) भोपाल कैंपस में मंगलवार रात छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा, जब बड़ी संख्या में छात्रों में पीलिया (जॉन्डिस) फैलने की खबर सामने आई। छात्रों का आरोप है कि कैंपस में परोसा जाने वाला पानी और भोजन बेहद खराब गुणवत्ता का है, जिसके कारण बड़ी संख्या में छात्र बीमार हो गए।
पुलिस के अनुसार, लगभग 3,000 से अधिक छात्रों ने रातभर कैंपस में विरोध प्रदर्शन किया और इस दौरान हिंसा भी हुई। छात्रों ने गुस्से में आकर कैंपस में खड़ी एक एम्बुलेंस, एक बस और कम से कम तीन कारों को आग के हवाले कर दिया। इसके अलावा छात्रों ने हॉस्टल, चांसलर के आवास और कैंपस की अन्य कई इमारतों में भी तोड़फोड़ की।
बुधवार सुबह, सैकड़ों छात्र विश्वविद्यालय परिसर के बाहर अपने घर लौटने के लिए बसों का इंतजार करते नजर आए। छात्रों का कहना है कि पिछले कई दिनों से पानी दूषित है और मेस में दिया जाने वाला भोजन भी अस्वच्छ है, जिसके कारण बड़ी संख्या में विद्यार्थियों में पीलिया के लक्षण देखे गए।
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अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और कैंपस प्रशासन की ओर से भोजन और पानी के सैंपल लिए गए हैं। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि स्थिति को नियंत्रण में लाया जा रहा है और छात्रों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
इस घटना ने देशभर में निजी विश्वविद्यालयों में बुनियादी सुविधाओं और स्वास्थ्य सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है। पुलिस ने बताया कि हिंसा में शामिल छात्रों की पहचान की जा रही है और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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