केरल के महत्वाकांक्षी विझिंजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह परियोजना का दूसरा चरण विस्तार कार्य अगले महीने शुरू होने की संभावना है। इस विस्तार से बंदरगाह की माल ढुलाई क्षमता में वृद्धि होगी और राज्य को वैश्विक समुद्री व्यापार में बड़ी प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिलेगी।
अधिकारियों के अनुसार, पहले चरण का अधिकांश कार्य पूरा हो चुका है और आवश्यक परीक्षण व अंतिम तैयारियां चल रही हैं। दूसरा चरण शुरू होने के साथ ही नए बर्थ, कंटेनर हैंडलिंग सुविधाएं और आधुनिक कार्गो टर्मिनल का निर्माण किया जाएगा। इससे बड़े आकार के कंटेनर जहाजों को आसानी से ठहरने और तेज गति से माल लोड/अनलोड करने की सुविधा मिलेगी।
विझिंजम बंदरगाह को गहरे पानी वाला प्राकृतिक बंदरगाह माना जाता है, जो अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट्स के बेहद करीब स्थित है। विशेषज्ञों का मानना है कि इसका विस्तार भारत को ट्रांस-शिपमेंट हब के रूप में विकसित करने में मदद करेगा और कोलंबो तथा सिंगापुर जैसे बड़े बंदरगाहों पर निर्भरता कम होगी।
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परियोजना प्रबंधकों का कहना है कि दूसरे चरण में पर्यावरण संरक्षण उपायों और तटीय समुदायों के पुनर्वास योजनाओं पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि विकास और स्थिरता के बीच संतुलन बना रहे।
स्थानीय व्यापारिक संगठनों ने इस कदम का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, साथ ही राज्य की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
अगर सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो विझिंजम बंदरगाह का दूसरा चरण अगले महीने औपचारिक रूप से शुरू होकर आने वाले वर्षों में केरल को वैश्विक समुद्री नक्शे पर और मजबूत पहचान दिलाएगा।
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