यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की शांति वार्ता के लिए वॉशिंगटन पहुँचे हैं, जहाँ उनकी मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से होगी। यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब ट्रम्प ने हाल ही में कहा कि ज़ेलेंस्की रूस के साथ युद्ध को “लगभग तुरंत” समाप्त करने का विकल्प चुन सकते हैं, लेकिन रूसी कब्जे वाले क्रीमिया को फिर से हासिल करना या नाटो में शामिल होना बातचीत के एजेंडे में नहीं है।
ट्रम्प ने रविवार, 17 अगस्त को दिए बयान में कहा कि ज़ेलेंस्की युद्ध जारी रखने या शांति स्थापित करने का फैसला खुद ले सकते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी समझौते में क्रीमिया को वापस लेने का विकल्प शामिल नहीं होगा और यूक्रेन की नाटो सदस्यता पर विचार नहीं किया जाएगा।
ज़ेलेंस्की का यह दौरा अमेरिका-यूक्रेन संबंधों के लिए अहम माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बैठक न केवल युद्धविराम की संभावनाओं पर केंद्रित होगी, बल्कि रूस के साथ तनाव कम करने के लिए कूटनीतिक समाधान पर भी चर्चा करेगी।
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अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों के अनुसार, यदि इस बैठक से कोई ठोस समझौता निकलता है तो यह यूक्रेन युद्ध के भविष्य को निर्णायक रूप से प्रभावित कर सकता है। हालांकि, क्रीमिया और नाटो मुद्दे पर ट्रम्प का रुख कई पश्चिमी देशों में चिंता पैदा कर रहा है।
ज़ेलेंस्की ने वॉशिंगटन पहुँचते ही कहा कि वह शांति की दिशा में किसी भी गंभीर पहल का स्वागत करेंगे, बशर्ते यह यूक्रेन की संप्रभुता और स्वतंत्रता को सुरक्षित रखे।
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