असम के मशहूर गायक जुबिन गर्ग की मौत से जुड़े मामले में पांच आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। अदालत ने उनके सुरक्षित रहने की चिंता व्यक्त करते हुए यह निर्णय लिया कि उन्हें ऐसे जेल में भेजा जाए जहाँ कैदियों की संख्या कम हो।
जुबिन गर्ग के निधन ने असम और संगीत प्रेमियों में गहरा शोक पैदा किया था। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने पांच व्यक्तियों को मुख्य आरोपियों के रूप में नामजद किया। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों को हिरासत में रखना आवश्यक था ताकि जांच प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी रह सके और संभावित सबूतों को सुरक्षित रखा जा सके।
अदालत ने सुनवाई के दौरान आरोपियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता जताई। न्यायालय ने यह भी निर्देश दिया कि हिरासत के दौरान उनके साथ कोई असुविधा या अनुचित व्यवहार न हो और उन्हें सुरक्षित वातावरण में रखा जाए। इसके तहत अदालत ने फैसला किया कि आरोपियों को कम भीड़ वाले जेल में भेजा जाए ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
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विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम का उद्देश्य न केवल आरोपियों की सुरक्षा करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि मामले की जांच में किसी प्रकार की बाधा न आए। पुलिस और न्यायालय दोनों ही इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं, क्योंकि जुबिन गर्ग की लोकप्रियता और समाज में उनके योगदान के कारण यह मामला व्यापक ध्यान का विषय बना हुआ है।
अभिनेता और संगीत जगत के कई प्रतिष्ठित लोग भी इस मामले की कानूनी प्रक्रिया पर नजर बनाए हुए हैं। भविष्य में अदालत की अगली सुनवाई में मामले की और अधिक जानकारी सामने आने की संभावना है।
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