तेलुगु फिल्म अभिनेता शिवाजी शनिवार (27 दिसंबर, 2025) को महिलाओं को लेकर की गई अपनी टिप्पणी के मामले में तेलंगाना राज्य महिला आयोग के समक्ष पेश हुए। आयोग ने उनकी टिप्पणी पर स्वतः संज्ञान लेते हुए उन्हें नोटिस जारी किया था और व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का निर्देश दिया था।
यह विवाद हाल ही में शिवाजी की आगामी फिल्म डंडोरा के प्री-रिलीज़ इवेंट के दौरान दिए गए उनके बयान के बाद सामने आया। कार्यक्रम के दौरान अभिनेता ने महिलाओं के पहनावे और कपड़ों के चयन को लेकर टिप्पणी की थी, जिसे कई वर्गों ने आपत्तिजनक और महिलाओं के सम्मान के खिलाफ बताया। इसके बाद सोशल मीडिया पर भी उनके बयान की आलोचना हुई और महिला संगठनों ने कार्रवाई की मांग की।
शनिवार सुबह करीब 11 बजे शिवाजी महिला आयोग के कार्यालय पहुंचे। आयोग के एक अधिकारी के अनुसार, अभिनेता से पूछताछ की प्रक्रिया जारी है। आयोग यह जानने की कोशिश कर रहा है कि बयान किस संदर्भ में दिया गया था और क्या उससे महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंची है।
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तेलंगाना राज्य महिला आयोग ने स्पष्ट किया है कि महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक, भेदभावपूर्ण या असंवेदनशील टिप्पणियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आयोग का कहना है कि सार्वजनिक मंचों पर प्रभावशाली व्यक्तियों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है, क्योंकि उनके शब्द समाज पर गहरा असर डालते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, शिवाजी ने आयोग के समक्ष अपना पक्ष रखने की इच्छा जताई और कहा कि उनकी मंशा किसी की भावनाओं को आहत करने की नहीं थी। आयोग सुनवाई के बाद यह तय करेगा कि मामले में आगे क्या कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला एक बार फिर फिल्म उद्योग और सार्वजनिक जीवन में सक्रिय हस्तियों की जिम्मेदारी पर बहस को तेज कर रहा है, खासकर महिलाओं से जुड़े संवेदनशील मुद्दों पर बयानबाज़ी को लेकर।
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