आंध्र प्रदेश में सोशल मीडिया की राजनीति इन दिनों एक नए मोड़ पर पहुंच गई है। एआई-जनित वीडियो और पोस्ट ने तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के समर्थकों के बीच पहले से चले आ रहे डिजिटल संघर्ष को और उग्र कर दिया है। यह विवाद तब बढ़ गया जब पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के बारे में आपत्तिजनक सामग्री वाली एक एआई-निर्मित पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगी।
YSRCP ने आरोप लगाया कि यह वीडियो और पोस्ट TDP के कार्यकर्ताओं द्वारा बनाई और प्रसारित की गई है। पार्टी ने कहा कि इस तरह की सामग्री न केवल राजनीतिक माहौल को दूषित करती है, बल्कि लोकतांत्रिक संवाद की मर्यादा को भी ठेस पहुंचाती है।
इस विवाद के बीच, राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी और मानव संसाधन विकास मंत्री नारा लोकेश ने TDP कार्यकर्ताओं और समर्थकों से संयम बरतने की अपील की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा,
“मेरे प्रिय TDP परिवार—मैं भावनाओं को समझता हूँ, लेकिन व्यक्तिगत हमले किसी भी हाल में उचित नहीं हैं। हम राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हो सकते हैं, पर हमारी सार्वजनिक चर्चा में गरिमा और सम्मान होना चाहिए। मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि ऐसी सामग्री को न फैलाएं और न ही इसे बढ़ावा दें।”
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लोकेश ने कहा कि आंध्र प्रदेश की राजनीति को आवश्यक है कि विरोध के बावजूद सभ्य संवाद बनाए रखा जाए और विकास, नीति और प्रगति पर ध्यान केंद्रित किया जाए। उन्होंने कहा कि एआई तकनीक का दुरुपयोग समाज में गलतफहमियाँ और तनाव पैदा कर सकता है, इसलिए सभी राजनीतिक दलों और समर्थकों को इसे जिम्मेदारी से उपयोग करना चाहिए।
यह प्रकरण यह भी दिखाता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जनित कंटेंट कैसे राजनीतिक विवादों को उग्र कर रहा है और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर गलत जानकारी को बढ़ा रहा है।
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