केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला है। शाह ने कहा कि केजरीवाल को उस समय ही इस्तीफा दे देना चाहिए था जब उन्हें जेल भेजा गया था। अब उन्हें कानून के तहत इस्तीफा देना ही पड़ेगा।
अमित शाह ने यह बयान उन प्रस्तावित विधेयकों के समर्थन में दिया है, जिनमें गंभीर आपराधिक मामलों में जेल गए मंत्रियों को पद से हटाने का प्रावधान है। शाह का कहना है कि जनता के विश्वास को बनाए रखने और शासन की गरिमा को बरकरार रखने के लिए ऐसे प्रावधान बेहद जरूरी हैं।
उन्होंने कहा, "किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में यह स्वीकार्य नहीं हो सकता कि कोई व्यक्ति जेल में रहते हुए मुख्यमंत्री या मंत्री के पद पर बना रहे। जनता ने जिस भरोसे से वोट दिया है, उस भरोसे को बनाए रखना ही लोकतंत्र की आत्मा है।"
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शाह ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल सत्ता से चिपके रहना चाहते हैं, जबकि उन्हें तुरंत त्यागपत्र देकर लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नए विधेयक से ऐसी स्थितियों पर रोक लगेगी और यह तय होगा कि गंभीर अपराधों में आरोपित व्यक्ति पद पर न बना रहे।
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल वर्तमान में कथित भ्रष्टाचार मामले को लेकर कानूनी कार्रवाई का सामना कर रहे हैं। अमित शाह का यह बयान उसी राजनीतिक हमले का हिस्सा माना जा रहा है।
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