असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने मंगलवार (25 नवंबर 2025) को विधानसभा में बहुविवाह पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण विधेयक प्रस्तुत किया। स्पीकर बिस्वजीत दैमारी की अनुमति के बाद मुख्यमंत्री सरमा ने असम बहुविवाह निषेध विधेयक, 2025 (The Assam Prohibition of Polygamy Bill, 2025) को सदन में रखा।
यह विधेयक असम में एकपत्नी प्रथा को सुनिश्चित करने और बहुविवाह की प्रथा को समाप्त करने की दिशा में सरकार का एक बड़ा कदम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री लंबे समय से यह संकेत देते आए हैं कि सरकार राज्य में बहुविवाह को रोकने के लिए कानूनी उपाय लागू करेगी, और यह विधेयक उसी दिशा में एक निर्णायक कदम है।
विधेयक पेश किए जाने के दौरान विपक्षी कांग्रेस, सीपीआई(एम) और रायजोर दल के विधायक सदन में मौजूद नहीं थे। वे गायक जुबिन गर्ग की मृत्यु को लेकर हुई चर्चा के बाद वॉकआउट कर गए थे। विपक्षी दलों के अनुसार, सरकार इस मुद्दे पर संवेदनशीलता नहीं दिखा रही थी, जिसके चलते उन्होंने सदन से बाहर जाने का निर्णय लिया।
और पढ़ें: ECI ने तृणमूल कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को 28 नवंबर को बैठक के लिए बुलाया
यह विधेयक शीतकालीन सत्र के पहले दिन पेश किया गया। सरकार ने स्पष्ट किया है कि इसे आगे विस्तृत चर्चा और फिर पास किए जाने के लिए किसी आगामी तिथि पर लिया जाएगा। उम्मीद है कि इस विधेयक पर व्यापक बहस होगी, जिससे इसके सभी सामाजिक, कानूनी और धार्मिक पहलुओं पर विचार किया जा सके।
असम सरकार हाल के महीनों में सामाजिक सुधारों से जुड़े कई महत्वपूर्ण कदम उठा चुकी है, जिनमें बाल विवाह रोकथाम और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े उपाय प्रमुख हैं। बहुविवाह विरोधी विधेयक को भी इन्हीं सुधारात्मक प्रयासों का हिस्सा माना जा रहा है।
और पढ़ें: क्या एलियन मौजूद हैं? ब्रह्मांड की खोज के लिए भारत-जापान मिलकर बना रहे हैं विशाल टेलीस्कोप