अलीगढ़ के सिविल लाइंस इलाके में एक शादी रिसेप्शन के दौरान भोजन काउंटर पर लगे “बीफ़ करी” के स्टिकर को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। पुलिस के अनुसार यह घटना रविवार (30 नवंबर 2025) की रात को हुई, जब दो मेहमान — आकाश और गौरव कुमार — ने इस लेबल पर आपत्ति जताई और इसका वीडियो बनाने की कोशिश की। इसी दौरान वहां धक्का-मुक्की शुरू हो गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम और खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) के अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने भोजन के सैंपल एकत्र कर उन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है, ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि परोसा गया मांस किस प्रकार का था।
सर्कल ऑफिसर सर्वम सिंह ने बताया कि “कैटरर समेत तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था, जिन्हें बाद में रात में ही छोड़ दिया गया।” उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की कार्रवाई फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही की जाएगी। फिलहाल कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। गौरव कुमार द्वारा कैटरर के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में लिखित शिकायत दी गई है।
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पुलिस ने बताया कि इस क्षेत्र में ‘बीफ़’ शब्द को लेकर अक्सर भ्रम की स्थिति बन जाती है, क्योंकि इसे भैंस के मांस (कानूनी) और गाय के मांस (प्रतिबंधित) दोनों के लिए उपयोग किया जाता है। जानकारी फैलते ही कई बीजेपी कार्यकर्ता सिविल लाइंस थाने पहुंच गए और कड़ी कार्रवाई की मांग की।
उधर, बीएसपी नेता सलमान शाहिद भी थाने पहुंचे और आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ता “दबंगई” दिखा रहे हैं तथा इस बात को अनदेखा कर रहे हैं कि मामला एक गलतफहमी से शुरू हुआ।
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