पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बंगाली-भाषी प्रवासी परिवार को धमकी दी गई और उन पर हमला किया गया।
वीडियो में कथित तौर पर दिखाया गया है कि एक बंगाली भाषी महिला और उसका बच्चा स्थानीय लोगों द्वारा उत्पीड़न और हिंसा का शिकार हुए। ममता बनर्जी ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन है बल्कि देश की भाषाई विविधता पर भी हमला है।
ममता ने लिखा, “हम एक बहुभाषी और बहुसांस्कृतिक देश में रहते हैं। केवल बंगाली बोलने के कारण एक महिला और उसके बच्चे के साथ ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है। मैं केंद्र सरकार और दिल्ली प्रशासन से मांग करती हूं कि वे इस घटना की तुरंत जांच करें और दोषियों को सख्त सजा दें।”
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उन्होंने यह भी कहा कि बंगाली भाषी लोग देश के विभिन्न हिस्सों में रहते हैं और इस तरह की घटनाएं उनकी सुरक्षा और सम्मान के लिए खतरा हैं।
दिल्ली पुलिस ने मामले की जानकारी मिलने पर कहा कि वे वीडियो की सत्यता की जांच कर रहे हैं और अगर कोई अपराध पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। तृणमूल कांग्रेस ने इसे भाषाई असहिष्णुता का उदाहरण बताया, जबकि विपक्षी दलों ने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
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