भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर आरोप लगाया है कि वे AHINDA वोट बैंक (अल्पसंख्यक, पिछड़े वर्ग और दलित) का इस्तेमाल कर मुख्यमंत्री पद बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने दावा किया कि राज्य में जल्द ही बड़ी राजनीतिक हलचल देखने को मिलेगी।
पीटीआई के अनुसार, विजयेंद्र ने कहा, “बिहार चुनावों से पहले या उसके बाद कर्नाटक में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम होगा। नवंबर में इंतजार कीजिए, कोई इसे रोक नहीं सकता।” उन्होंने स्पष्ट रूप से कांग्रेस नेतृत्व में संभावित बदलाव की ओर इशारा किया।
कांग्रेस सरकार 19 जुलाई को मैसूरु में एक बड़ा सम्मेलन आयोजित करने जा रही है, जिसमें ₹2,600 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास किया जाएगा। विजयेंद्र ने इस कार्यक्रम को राजनीतिक नाटक बताया और कहा, “यह उपलब्धियों का उत्सव नहीं है, बल्कि सिद्धारमैया अपने AHINDA वोट बैंक के जरिए हाईकमान को ब्लैकमेल करने की साजिश रच रहे हैं।”
AHINDA—यानी अल्पसंख्यक, पिछड़ा वर्ग और दलित—सिद्धारमैया का मजबूत समर्थन आधार माना जाता है और लंबे समय से उनकी राजनीति का मुख्य आधार रहा है।
बीजेपी का मानना है कि कांग्रेस में अंदरूनी नेतृत्व संघर्ष चल रहा है और सिद्धारमैया इस वोट बैंक के जरिए खुद को अपरिहार्य साबित करने में लगे हैं। पार्टी ने इस सम्मेलन को केवल राजनीतिक अस्तित्व बचाने का प्रयास बताया है।