बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के कथित सहयोगियों पर कड़ी पुलिस निगरानी की मांग की है। जद(यू) ने आरोप लगाया है कि तेजस्वी यादव के साथ विदेश यात्रा पर गए कुछ लोग कथित तौर पर आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं और उन पर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।
बुधवार (24 दिसंबर, 2025) को जद(यू) विधान परिषद सदस्य और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने इस संबंध में बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को एक पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने मांग की कि कथित हिस्ट्रीशीटरों और तेजस्वी यादव के करीबी माने जाने वाले लोगों की गतिविधियों पर “विशेष निगरानी” रखी जाए।
नीरज कुमार ने अपने पत्र में रामिज नेमत खान और देवा गुप्ता का नाम लेते हुए दावा किया कि ये दोनों तेजस्वी यादव के करीबी सहयोगी हैं और वर्तमान में उनके साथ विदेश यात्रा पर हैं। जद(यू) नेता का आरोप है कि इन व्यक्तियों का आपराधिक इतिहास रहा है, ऐसे में उनकी गतिविधियों पर नजर रखना कानून-व्यवस्था के लिहाज से जरूरी है।
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पत्र में यह भी कहा गया है कि विपक्ष के एक बड़े नेता के साथ इस तरह के लोगों का विदेश दौरे पर जाना कई सवाल खड़े करता है। जद(यू) का कहना है कि यदि ऐसे व्यक्तियों की गतिविधियों पर समय रहते निगरानी नहीं रखी गई, तो इससे राज्य की छवि और सुरक्षा व्यवस्था पर असर पड़ सकता है।
जद(यू) ने बिहार पुलिस से आग्रह किया है कि वह इस पूरे मामले को गंभीरता से ले और कानून के दायरे में रहते हुए आवश्यक कदम उठाए। पार्टी का कहना है कि यह मांग किसी राजनीतिक द्वेष के तहत नहीं, बल्कि कानून-व्यवस्था और सार्वजनिक हित को ध्यान में रखकर की गई है।
इस मुद्दे को लेकर बिहार की राजनीति में एक बार फिर सियासी बयानबाजी तेज होने के संकेत मिल रहे हैं, क्योंकि विपक्ष इसे राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के रूप में देख सकता है।
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