संसद का मानसून सत्र 2025 अपने चौथे दिन पर पहुंच गया है और राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। कांग्रेस पार्टी ने बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision) कार्यक्रम पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया है। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष एक बार फिर संसद परिसर में प्रदर्शन की तैयारी में है।
विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम, जो बिहार में मतदाता सूची को अद्यतन करने के उद्देश्य से किया जा रहा है, को लेकर विपक्षी दलों ने भेदभाव और राजनीतिक मंशा का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यह प्रक्रिया कुछ समुदायों को लक्षित कर रही है और इसे रोकने की आवश्यकता है।
कांग्रेस के अलावा राष्ट्रीय जनता दल (राजद), तृणमूल कांग्रेस (TMC), आम आदमी पार्टी (AAP) और वाम दलों ने भी इस मुद्दे पर सरकार से स्पष्टीकरण की मांग की है। विपक्ष का कहना है कि इस तरह की पुनरीक्षण प्रक्रिया नागरिकता और मताधिकार के अधिकारों पर प्रभाव डाल सकती है।
और पढ़ें: बांग्लादेश विमान हादसे के पीड़ितों की मदद को भारत ने भेजे जलन विशेषज्ञ
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विपक्षी सांसदों ने काली पट्टियाँ पहनकर और तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा कराई जाए और सरकार इसकी पारदर्शिता सुनिश्चित करे।
सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक जवाब नहीं आया है, लेकिन संभावना है कि गृहमंत्री या कानून मंत्री इस विषय पर वक्तव्य दे सकते हैं।
यह मुद्दा आने वाले दिनों में संसद की कार्यवाही को बाधित कर सकता है।
और पढ़ें: जनवरी से केजीएच में बंद हैं ओपन-हार्ट सर्जरी, उपकरण खराब होने के कारण; जल्द किराये पर मशीनें लाई जाएंगी