प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संघचालक मोहन भागवत की सराहना करते हुए उन्हें भारत की एकता और अखंडता का प्रतीक बताया। एक विशेष कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भागवत का नेतृत्व और उनकी सोच समाज को जोड़ने और राष्ट्र को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब देश विविधताओं के बीच अपनी राह बना रहा है, ऐसे समय में भागवत जैसे नेताओं का मार्गदर्शन बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत ने हमेशा सामाजिक सौहार्द, राष्ट्रप्रेम और समरसता को बढ़ावा दिया है। उनके नेतृत्व में संघ ने समाज के हर वर्ग को जोड़ने और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने का काम किया है।
पीएम मोदी ने भागवत के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा भारतीय संस्कृति और परंपराओं को संजोते हुए युवाओं को राष्ट्रहित में कार्य करने की प्रेरणा दी है। उन्होंने कहा कि भागवत का जीवन दर्शन यह संदेश देता है कि समाज का हर व्यक्ति देश की शक्ति है और सभी को मिलकर भारत को आगे बढ़ाना है।
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इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत की ताकत उसकी विविधता में है और यही विविधता इसे विश्व में अद्वितीय बनाती है। उन्होंने विश्वास जताया कि मोहन भागवत के नेतृत्व में राष्ट्रीय एकता और भी मजबूत होगी और भारत विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पीएम मोदी का यह बयान आने वाले समय में संघ और भाजपा के रिश्तों को और गहरा करने वाला है।
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