महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है, क्योंकि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे — शिवसेना के दो चचेरे भाई — के बीच रविवार को हुई मुलाकात ने संभावित गठबंधन की अटकलों को तेज़ कर दिया है। बताया जा रहा है कि यह मुलाकात मुंबई में उद्धव ठाकरे के निवास ‘मातोश्री’ में हुई, जहां दोनों नेताओं ने राज्य की राजनीतिक स्थिति और आगामी स्थानीय निकाय चुनावों पर चर्चा की।
सूत्रों के अनुसार, दोनों नेताओं के बीच की बातचीत सौहार्दपूर्ण रही और इसमें राजनीतिक सहयोग की संभावनाओं पर भी विचार किया गया। हाल के महीनों में महाराष्ट्र में बदले राजनीतिक समीकरणों और भाजपा-शिंदे गठबंधन की मजबूती के बीच यह मुलाकात विपक्षी एकजुटता की दिशा में एक नया संकेत मानी जा रही है।
राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) और उद्धव ठाकरे की शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के बीच संबंध लंबे समय से तनावपूर्ण रहे हैं। हालांकि, दोनों नेताओं के बीच यह दूसरी मुलाकात है जिसने राजनीतिक गलियारों में नई चर्चाओं को जन्म दिया है।
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राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यदि ठाकरे बंधु एक साथ आते हैं, तो यह गठबंधन विशेषकर मुंबई, ठाणे और पुणे जैसे शहरी क्षेत्रों में भाजपा के लिए चुनौती बन सकता है।
हालांकि, दोनों दलों ने अभी तक किसी औपचारिक गठबंधन की घोषणा नहीं की है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह मुलाकात “पारिवारिक और सौहार्दपूर्ण” थी, जबकि राज ठाकरे ने पत्रकारों से कहा कि “राजनीति से ज्यादा रिश्तों की मरम्मत ज़रूरी है।”
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