उत्तराखंड में मानसून का प्रकोप जारी है। रविवार को चमोली जिले के नंदप्रयाग मार्ग पर हुए भूस्खलन के कारण यातायात पूरी तरह ठप हो गया। यह घटना उत्तरकाशी में कुछ दिन पहले हुए बादल फटने के बाद सामने आई है, जिससे क्षेत्र में जनजीवन पर गंभीर असर पड़ा है।
भूस्खलन के कारण सड़क पर मलबा और पत्थर गिरने से स्थानीय लोगों और पर्यटकों को आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल मौके पर राहत और मलबा हटाने का काम कर रहे हैं, लेकिन लगातार बारिश के कारण कार्य में बाधा आ रही है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले 24 से 48 घंटों में इन क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। इससे निचले इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है।
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आईएमडी ने लोगों से सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की है। वहीं, उत्तराखंड में बारिश के कारण चारधाम यात्रा पर भी असर पड़ा है और कई मार्गों पर यातायात बाधित हुआ है।
विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन और लगातार बढ़ती बारिश की तीव्रता पहाड़ी क्षेत्रों में आपदा जोखिम को बढ़ा रही है। प्रशासन ने प्रभावित जिलों में आपातकालीन सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा है और राहत कार्यों के लिए अतिरिक्त संसाधन जुटाए जा रहे हैं।
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