संसद में कार्यवाही शुरू होने से पहले कई विपक्षी दलों के सांसदों ने SIR (Special Investigation Bill) के खिलाफ संसद परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन संसद के मकर द्वार की सीढ़ियों पर हुआ, जहां कांग्रेस, डीएमके, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और वाम दलों के कई सांसद एक साथ जुटे।
प्रदर्शन के दौरान विपक्षी नेताओं ने सरकार की नीतियों और SIR विधेयक के खिलाफ नारे लगाए। उनका कहना है कि यह विधेयक लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करता है और विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने का उपकरण बन सकता है।
कांग्रेस सांसदों ने कहा कि यह विधेयक जांच एजेंसियों को असीमित शक्तियां देता है, जिससे सरकार का दुरुपयोग बढ़ेगा। डीएमके और टीएमसी नेताओं ने भी विधेयक को असंवैधानिक बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की।
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वामपंथी दलों के नेताओं का कहना है कि SIR से पारदर्शिता और जवाबदेही कमजोर होगी तथा राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ इसका इस्तेमाल कर लोकतांत्रिक माहौल को नुकसान पहुंचाया जाएगा।
इस प्रदर्शन से पहले विपक्षी दलों ने संयुक्त बैठक की थी, जिसमें संसद में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई। विपक्षी सांसदों ने कहा कि वे इस मुद्दे पर संसद के भीतर और बाहर दोनों जगह आवाज उठाते रहेंगे।
संसद परिसर में हुए इस विरोध ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है और आने वाले दिनों में SIR विधेयक को लेकर सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच टकराव और तेज होने की संभावना है।
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