गुरु नानक देव जी की 556वीं जयंती के अवसर पर पाकिस्तान ने धार्मिक यात्राओं की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए भारत के सिख श्रद्धालुओं के लिए वीजा जारी किए हैं। पाकिस्तान उच्चायोग ने बुधवार को बताया कि उसने भारत के 2100 से अधिक सिख तीर्थयात्रियों को वीजा जारी किए हैं ताकि वे 4 से 13 नवंबर 2025 तक पाकिस्तान में आयोजित गुरु नानक देव जी के जन्मोत्सव समारोह में शामिल हो सकें।
इस घोषणा के बाद भारत में सिख समुदाय में खुशी की लहर है। दिल्ली के मंत्री मंजींदर सिंह सिरसा ने केंद्र सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया, जिसमें सिख जत्थों को पाकिस्तान यात्रा की अनुमति दी गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों नेताओं ने कठिन भारत-पाक संबंधों के बावजूद धार्मिक भावनाओं का सम्मान बनाए रखा है।
सिरसा ने एक वीडियो संदेश में कहा कि सभी सिख प्रतिनिधि संस्थाएं — शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (DSGMC) — को आवश्यक औपचारिकताएं शीघ्र पूरी करनी चाहिए ताकि जत्थों की यात्रा में कोई बाधा न आए।
यह यात्रा 1974 के भारत-पाक धार्मिक स्थलों की यात्रा संबंधी द्विपक्षीय प्रोटोकॉल के तहत आयोजित की जा रही है। हर वर्ष सिख श्रद्धालु गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व, बैसाखी और गुरु अर्जन देव जी के शहीदी दिवस जैसे प्रमुख धार्मिक अवसरों पर पाकिस्तान के पवित्र स्थलों की यात्रा करते हैं।
यह कदम न केवल धार्मिक सहयोग का प्रतीक है, बल्कि भारत-पाकिस्तान के बीच आस्था और सांस्कृतिक सेतु को भी मजबूत करता है।