एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट में भारत अपने अभियान की शुरुआत चीन के खिलाफ मुकाबले से करेगा। यह टूर्नामेंट भारत के लिए खास है क्योंकि जीत की बदौलत टीम विश्व कप में जगह बनाने की कोशिश करेगी।
भारत और चीन पूल ए में है, जिसमें जापान और कजाखस्तान भी शामिल है। वहीं पूल बी में मौजूदा चैंपियन और पांच बार के विजेता दक्षिण कोरिया, मलेशिया, बांग्लादेश और चीनी ताइपे की टीमें हैं।
भारतीय टीम इस बार नए जोश और बेहतर रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी। कोच और खिलाड़ियों का मानना है कि शुरुआती मैच में मजबूत प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में आत्मविश्वास बढ़ाएगा। चीन की टीम भी अपने आक्रामक खेल के लिए जानी जाती है और भारत को सतर्क रहने की जरूरत होगी।
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एशिया कप का यह संस्करण खास मायने रखता है, क्योंकि इसकी विजेता टीम सीधे विश्व कप के लिए क्वालीफाई करेगी। भारत को अपने डिफेंस को मजबूत रखने और पेनल्टी कॉर्नर का भरपूर फायदा उठाने पर जोर देना होगा।
हॉकी विशेषज्ञों का कहना है कि भारत के पास अनुभव और युवा खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है, जो टीम को आगे ले जा सकता है। शुरुआती जीत से भारत की राह आसान होगी और टीम का मनोबल भी बढ़ेगा।
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