भारत के धावक बेनेडिक्टन रोहित ने कहा है कि उन्हें आगामी एशियाई चैंपियनशिप में अपने प्रदर्शन से खुद को साबित करना होगा। हाल ही में भारत के सबसे तेज धावक का खिताब हासिल करने वाले रोहित ने स्वीकार किया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा का स्तर काफी ऊंचा है और उन्हें अपने मानक और ऊंचे करने होंगे।
एक इंटरव्यू में जब उनसे इस उपलब्धि से मिली सीख के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “भारत का सबसे तेज धावक कहलाना आत्मविश्वास बढ़ाता है, लेकिन इसके बावजूद मैं फाइनल के लिए भी क्वालिफाई नहीं कर पाया। इसका मतलब है कि मुझे अपनी मेहनत और मानकों को और ऊंचा करना होगा।”
रोहित ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एथलेटिक्स का मानक और प्रतिस्पर्धा का दायरा भारत की तुलना में बेहद अलग है। उन्होंने कहा कि एशियाई चैंपियनशिप उनके लिए एक बड़ा मौका है जहां वे न केवल अपनी गति को परखेंगे, बल्कि यह साबित करेंगे कि वे बड़े टूर्नामेंट्स में फाइनल तक पहुंच सकते हैं।
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उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय एथलीटों को लगातार खुद को चुनौती देनी होगी ताकि वे अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिस्पर्धा कर सकें। रोहित ने अपने प्रशिक्षण और फिटनेस पर अधिक ध्यान देने की बात कही और कहा कि उनका लक्ष्य सिर्फ भारत का सबसे तेज धावक बनना नहीं, बल्कि एशिया और विश्व स्तर पर पदक जीतना है।
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