भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए पहले टेस्ट में भारत को 30 रनों की चौंकाने वाली हार का सामना करना पड़ा। मात्र 124 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम तीन दिनों के भीतर ही ढेर हो गई। इस प्रदर्शन के बाद पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने पिच की गुणवत्ता पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि ऐसी परिस्थितियाँ टेस्ट क्रिकेट को “बर्बाद” कर रही है।
हरभजन का कहना है कि बीते कई वर्षों से अत्यधिक गेंदबाज-हितैषी और अधूरी तैयार पिचें तैयार की जा रही हैं, जिससे खिलाड़ियों का वास्तविक विकास रुक रहा है।
उन्होंने कहा, “टीम जीत रही है, गेंदबाज विकेट ले रहे हैं, और लोग महान बन रहे हैं, इसलिए कोई कुछ नहीं कहता। लेकिन यह तरीका गलत है और कई सालों से चल रहा है।”
हरभजन, जिन्होंने 2001 में इसी मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 13 विकेट लिए थे, ने कहा कि ऐसी पिचों पर खेलना खिलाड़ियों की क्षमता को बढ़ाने में मदद नहीं करता।
उनके शब्दों में, “आप आगे नहीं बढ़ रहे, बस चक्की में बंधे बैल की तरह गोल-गोल घूम रहे हैं। जीत मिल रही है, पर सीख नहीं मिल रही।”
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उन्होंने बल्लेबाजों की स्थिति को लेकर भी चिंता जताई,
“जब बल्लेबाज को पता ही नहीं कि रन कैसे बनाएं और विकेट कौशल के बजाय पिच की वजह से गिर रहे हों, तो फिर गेंदबाज और बल्लेबाज के कौशल में क्या अंतर रह जाता है?”
हरभजन ने कहा कि यह समय है पिचों की तैयारी और टेस्ट क्रिकेट की वर्तमान स्थिति पर गंभीरता से विचार करने का।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरा और अंतिम टेस्ट मैच 22 नवंबर से गुवाहाटी में खेला जाएगा।
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