महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 का रोमांचक फाइनल मुकाबला रविवार (2 नवंबर) को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हो रहा है। दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम अब इतिहास रचने से बस एक कदम दूर है। हर्मनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत इस बार आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को समाप्त करने के लिए पूरी तरह दृढ़ संकल्पित है। यह क्षण भारतीय महिला क्रिकेट के लिए पुरुषों के 1983 विश्व कप की याद दिला रहा है, जब कपिल देव की टीम ने दुनिया को चौंका दिया था।
यह तीसरी बार है जब भारत महिला विश्व कप के फाइनल में उतरा है। इससे पहले 2005 में भारत ऑस्ट्रेलिया से 98 रन से हार गया था, जबकि 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ 9 रन से हार का सामना करना पड़ा था।
अब 2025 में, टीम इंडिया इतिहास पलटने के इरादे से मैदान में है।
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कप्तान हर्मनप्रीत कौर और लॉरा वोल्वार्ड्ट दोनों ने कहा कि वे इस फाइनल में किसी तरह का दबाव लेकर नहीं उतर रही हैं। हालांकि, लीग चरण में भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नादीन डी क्लर्क की विस्फोटक बल्लेबाजी से हार झेलनी पड़ी थी।
नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम की फ्लैट पिच और शाम की ओस को देखते हुए यह मुकाबला हाई-स्कोरिंग होने की संभावना है। ऐसे में भारत की फील्डिंग और गेंदबाजी अनुशासन की कड़ी परीक्षा होगी।
हर्मनप्रीत कौर के लिए यह मैच न केवल करियर का सबसे बड़ा अवसर है, बल्कि भारत की पहली महिला कप्तान के रूप में विश्व कप ट्रॉफी उठाने का ऐतिहासिक मौका भी है।
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