लॉर्ड्स टेस्ट में भारत की इंग्लैंड के खिलाफ 22 रनों की करीबी हार के बीच रवींद्र जडेजा की बल्लेबाज़ी एकमात्र उजाला रही। जडेजा ने दूसरी पारी में 181 गेंदों पर नाबाद 61 रनों की जुझारू पारी खेली, जिसने भारत की लड़ाई को आख़िरी समय तक ज़िंदा रखा। उनके इस प्रदर्शन की तारीफ इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर मोईन अली ने भी की।
हालांकि, मोईन ने यह भी साफ़ किया कि जडेजा की गेंदबाज़ी अब पहले जैसी असरदार नहीं रही। उन्होंने कहा, "जडेजा एक शानदार बल्लेबाज़ बन चुके हैं, लेकिन अब वो गेंद से उतना प्रभाव नहीं डाल पा रहे। उनके पास विकेट नहीं हैं। मैं कुलदीप यादव को खेलते देखना चाहूंगा क्योंकि वो गेंद को ज्यादा स्पिन करते हैं और मैच में अंतर पैदा कर सकते हैं।"
भारत के लिए यह हार सीरीज में बड़ा झटका है और अब चौथे टेस्ट में जीतना अनिवार्य हो गया है। टीम मैनजमेंट के सामने अब यह सवाल है कि क्या जडेजा को बतौर ऑलराउंडर जारी रखा जाए या फिर किसी विशेषज्ञ स्पिनर जैसे कुलदीप यादव को मौका दिया जाए।
गौरतलब है कि जडेजा ने इस टेस्ट में गेंद से खास प्रभाव नहीं छोड़ा, जिससे यह बहस तेज़ हो गई है कि क्या वे अभी भी टीम के प्रमुख स्पिनर माने जा सकते हैं।