ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज़ उस्मान ख्वाजा ने पर्थ में हुए एशेज़ सीरीज़ के पहले टेस्ट की पिच को लेकर कड़ी आलोचना की है, जबकि आईसीसी ने उसी पिच को ‘बहुत अच्छी’ श्रेणी दी है। ख्वाजा, जिन्हें पीठ में ऐंठन के कारण दोनों पारियों में ओपनिंग करने का मौका नहीं मिला, ने कहा कि पर्थ की पिच पहले दिन बेहद खतरनाक और असंतुलित थी।
पहले दिन जहां 19 विकेट गिरे, वहीं पूरे मैच में छह सत्र भी नहीं लग पाए। दूसरे दिन भी 17 विकेट गिरे और ऑस्ट्रेलिया ने आठ विकेट से जीत दर्ज कर पांच मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। ख्वाजा ने कहा कि इतनी असामान्य पिच पर बल्लेबाज़ों के पास कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, “पहले दिन 19 विकेट गिरते हैं और करीब 20 खिलाड़ियों को गेंद लगती है… इसे कैसे अच्छा विकेट कहा जा सकता है?”
उन्होंने कहा कि पिछली बार भारत के खिलाफ पर्थ में भी यही हाल था। ख्वाजा ने स्टीव स्मिथ का उदाहरण देते हुए कहा, “स्टीव स्मिथ जैसा खिलाड़ी, जो शायद ही कभी बल्ले के बीच से चूकता है, वह बार-बार चूक रहा था और चोटिल हो रहा था। यह पिच किसी भी तरह से संतुलित नहीं थी।”
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ख्वाजा ने पिच को लेकर कठोर टिप्पणी करते हुए कहा कि पहले दिन की पर्थ पिच “बेकार” होती है, हालांकि दूसरे और तीसरे दिन यह कुछ बेहतर हो जाती है और चौथे दिन दरारें दिखाई देने लगती हैं।
गब्बा में होने वाले डे-नाइट टेस्ट की परिस्थितियां अभी स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन ख्वाजा ने कहा कि वे अपनी फिटनेस को लेकर आश्वस्त हैं। हालांकि उनकी गैरहाज़िरी में ट्रैविस हेड की 123 रनों की शानदार पारी ने चयन को लेकर बहस और तेज़ कर दी है।
ख्वाजा ने कहा, “मैं अब ठीक महसूस कर रहा हूं। मुझे पहले कभी बैक स्पास्म नहीं हुए थे, इसलिए यह अनुभव नया था। मेरी पत्नी रैचेल ने बहुत देखभाल की है, और अब मैं पूरी तरह फिट होने के करीब हूं।”
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