बिहार क्रिकेट में रणजी ट्रॉफी टीम की कप्तानी में एक चौंकाने वाला बदलाव हुआ है। 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी को टीम का नेतृत्व सौंपा गया है, जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे कम उम्र में किसी रणजी ट्रॉफी टीम की कप्तानी पाने वाले खिलाड़ियों में शामिल हैं। इस निर्णय ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है और विशेषज्ञों और प्रशंसकों दोनों के लिए आश्चर्यजनक साबित हुआ है।
टीम प्रबंधन ने बताया कि यह निर्णय वैभव की असाधारण खेल क्षमता, नेतृत्व कौशल और अनुशासन को देखते हुए लिया गया है। उन्होंने पिछले कुछ महीनों में घरेलू और जूनियर लेवल की प्रतियोगिताओं में लगातार शानदार प्रदर्शन किया है। उनके खेलने की रणनीति और मैच के दौरान निर्णय लेने की क्षमता को ध्यान में रखते हुए यह असाधारण कदम उठाया गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि इतने कम उम्र में कप्तानी का अनुभव वैभव के लिए चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन यह युवा प्रतिभा के लिए एक बड़ा अवसर भी है। टीम के अन्य खिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ ने उनका स्वागत किया और उन्हें समर्थन देने की बात कही।
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इस बदलाव ने बिहार क्रिकेट की रणजी ट्रॉफी की तैयारी में भी नई ऊर्जा भर दी है। युवा कप्तान के नेतृत्व में टीम ने अपनी रणनीतियों और अभ्यास सत्रों में अधिक ध्यान देने की योजना बनाई है। प्रशंसक इस निर्णय को उत्साह और उत्सुकता के साथ देख रहे हैं, क्योंकि यह भारत में युवा खिलाड़ियों को बड़े मंच पर नेतृत्व देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उदाहरण प्रस्तुत करता है।
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