विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दो पदक पक्के कर लिए हैं। पुरुष कंपाउंड टीम और मिश्रित (मिक्स्ड) टीम दोनों ही फाइनल में पहुँच गई हैं, जिससे भारत को कम से कम दो पदक की गारंटी मिल गई है।
पुरुष कंपाउंड टीम ने सेमीफाइनल में दमदार खेल दिखाया और अपने प्रतिद्वंद्वियों को हराकर स्वर्ण पदक मुकाबले में जगह बनाई। इसी तरह, मिश्रित टीम ने भी सटीक निशानेबाजी और तालमेल के दम पर फाइनल में प्रवेश किया। खिलाड़ियों के आत्मविश्वास और रणनीति ने भारत के प्रदर्शन को और मजबूत किया है।
हालाँकि, महिलाओं की कंपाउंड टीम को निराशा हाथ लगी। दूसरे दौर में उन्हें इटली से हार का सामना करना पड़ा और वे प्रतियोगिता से बाहर हो गईं। इसके बावजूद, भारतीय तीरंदाजों ने अब तक के प्रदर्शन से साबित किया है कि वे विश्व स्तर पर किसी से कम नहीं हैं।
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विशेषज्ञों का मानना है कि यह भारत की तीरंदाजी में बढ़ती ताकत और खिलाड़ियों की मेहनत का नतीजा है। हाल के वर्षों में भारत ने कंपाउंड तीरंदाजी में विशेष प्रगति की है, और इस चैंपियनशिप का प्रदर्शन उसी का प्रमाण है।
भारतीय तीरंदाज अब फाइनल मुकाबलों में स्वर्ण जीतकर देश का नाम रोशन करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। खेल प्रेमियों की नजरें अब इन निर्णायक मुकाबलों पर टिकी हुई हैं।
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