ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने घोषणा की है कि वह डीपफेक न्यूड्स और ऑनलाइन स्टॉकिंग जैसी खतरनाक और अनैतिक गतिविधियों के खिलाफ सख्त कानून बनाने जा रही है। सरकार का कहना है कि इन "घृणित तकनीकों" (abhorrent technologies) से समाज में गंभीर खतरे पैदा हो रहे हैं, खासकर महिलाओं और नाबालिगों के लिए।
आधिकारिक बयान में कहा गया कि सरकार उद्योग जगत और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के साथ मिलकर ऐसे कानूनी प्रावधान विकसित करेगी, जो इन अपराधों पर प्रभावी रोक लगा सकें। डीपफेक तकनीक के बढ़ते दुरुपयोग से नकली अश्लील तस्वीरें और वीडियो बनाकर लोगों को ब्लैकमेल या परेशान करने के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम न केवल पीड़ितों को राहत देगा बल्कि सोशल मीडिया और इंटरनेट पर सुरक्षा मानकों को भी मजबूत करेगा। सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अपराधियों को कड़ी सजा मिले और टेक कंपनियां ऐसे कंटेंट की पहचान और रोकथाम के लिए जिम्मेदार बनें।
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ऑनलाइन स्टॉकिंग के मामलों में भी तेजी से वृद्धि देखी जा रही है, जिसमें अपराधी इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों की निजी जानकारी जुटाकर उन्हें परेशान करते हैं। सरकार का कहना है कि नए कानून पीड़ितों की सुरक्षा को प्राथमिकता देंगे और अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की प्रक्रिया को आसान बनाएंगे।
ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने यह भी संकेत दिया कि कानून लागू करने के बाद टेक कंपनियों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर निगरानी और अनुपालन (compliance) को सख्ती से लागू किया जाएगा।
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