चीन की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी डीपसीक (DeepSeek) ने दावा किया है कि उसका सफल एआई मॉडल मात्र 2.94 लाख डॉलर (करीब 2.4 करोड़ रुपये) में प्रशिक्षित किया गया। यह दावा वैश्विक स्तर पर एआई विकास की लागत और संसाधनों पर नई बहस छेड़ सकता है, क्योंकि आमतौर पर ऐसे मॉडल को प्रशिक्षित करने में अरबों डॉलर खर्च होते हैं।
डीपसीक के संस्थापक लियांग वेनफेंग पिछले कुछ समय से सार्वजनिक जीवन से लगभग गायब रहे हैं। वह केवल कंपनी के कुछ नए प्रोडक्ट अपडेट जारी करने के समय ही सामने आए। विशेषज्ञों का मानना है कि लियांग का लो-प्रोफाइल रहना और अचानक ऐसे दावे करना, एआई उद्योग में चीन की प्रतिस्पर्धी रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
कंपनी का कहना है कि उसने यह उपलब्धि बेहतर दक्षता वाले अल्गोरिद्म, अनुकूलित प्रशिक्षण विधियों और अपेक्षाकृत कम लागत वाले संसाधनों के जरिए हासिल की। यदि डीपसीक का यह दावा सही साबित होता है, तो यह वैश्विक एआई बाजार में गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
और पढ़ें: ओपनएआई अपने वाणिज्यिक साझेदारों को राजस्व का 8% साझा करेगा: रिपोर्ट
अमेरिकी और यूरोपीय कंपनियां जहां एआई विकास पर भारी निवेश कर रही हैं, वहीं चीन का यह प्रयोग दिखाता है कि सीमित लागत में भी प्रतिस्पर्धी मॉडल तैयार किए जा सकते हैं। यह पश्चिमी टेक दिग्गजों जैसे ओपनएआई, गूगल और मेटा पर दबाव बढ़ा सकता है।
हालांकि, आलोचकों का कहना है कि केवल लागत कम करना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि मॉडल की गुणवत्ता, स्थिरता और सुरक्षा भी उतनी ही अहम है। आने वाले समय में डीपसीक को यह साबित करना होगा कि उसका मॉडल वास्तव में बड़े पैमाने पर उपयोगी और सुरक्षित है।
और पढ़ें: क्या एप्पल का A19 प्रो चिप ऑन-डिवाइस एआई के लिए गेम चेंजर है?