चीन की दिग्गज टेक कंपनी अलीबाबा ग्रुप ने अपने नवीनतम तिमाही परिणामों में क्लाउड व्यवसाय से राजस्व में 34% की तेज़ वृद्धि दर्ज की है, जिसका मुख्य कारण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बढ़ती मांग है। हालांकि, जुलाई से सितंबर तिमाही में कंपनी का कुल राजस्व साल-दर-साल केवल 5% बढ़कर 247.8 बिलियन युआन (35 अरब डॉलर) रहा, जबकि मुनाफा 52% घट गया। चीन के ई-कॉमर्स बाजार में तीव्र मूल्य प्रतिस्पर्धा, विशेषकर फूड डिलीवरी सेक्टर में, कंपनी की अल्पकालिक लाभप्रदता पर भारी असर डाल रही है। इसी तिमाही में अलीबाबा की प्रतिद्वंद्वी JD.com का शुद्ध लाभ भी 55% गिर गया।
अलीबाबा, जिसने शुरुआत ई-कॉमर्स से की थी, अब क्लाउड और AI तकनीकों पर तेज़ी से फोकस कर रहा है। इस वर्ष की शुरुआत में कंपनी ने अगले तीन वर्षों में 380 बिलियन युआन (53 अरब डॉलर) क्लाउड और AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश करने का वादा किया था। कंपनी के CEO एडी वू ने कहा कि AI में किए गए “महत्वपूर्ण निवेश” ने राजस्व बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। इससे पहले अप्रैल-जून तिमाही में क्लाउड बिजनेस 26% बढ़ा था।
अलीबाबा ने बताया कि AI की मांग “तेज़ी से बढ़ रही है” और भविष्य में AI की जरूरतों को पूरा करने के लिए कंपनी को निर्धारित 380 बिलियन युआन से अधिक निवेश करना पड़ सकता है। इसी सप्ताह, कंपनी ने घोषणा की कि उसका उन्नत AI चैटबॉट ‘Qwen’, जो OpenAI के ChatGPT को चुनौती देता है, ने सार्वजनिक लॉन्च के पहले सप्ताह में 1 करोड़ डाउनलोड हासिल किए।
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कंपनी के हांगकांग शेयर मंगलवार को 2% बढ़े, जबकि न्यूयॉर्क शेयर बाजार में भी 2.4% उछाल देखा गया। इस वर्ष अब तक अलीबाबा के शेयर 90% से अधिक चढ़ चुके हैं, जिसकी वजह AI क्षेत्र में उसकी तेज प्रगति है।
दूसरी ओर, चीनी AI बाजार में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ रही है। टेनसेंट ने इसी तिमाही में 15% राजस्व वृद्धि दर्ज की, जबकि बाइडू का राजस्व 7% गिरा। हालांकि, Nvidia के मजबूत नतीजों ने AI बबल को लेकर बाजार की चिंताओं को थोड़ा कम किया है।
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