एप्पल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) टिम कुक ने कहा है कि कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धियों से पीछे छूटे अंतर को पाटने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश करने को तैयार है।
हाल के वर्षों में एप्पल अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों माइक्रोसॉफ्ट और गूगल (अल्फाबेट) से एआई तकनीक में पीछे रहा है। दोनों कंपनियों ने एआई-आधारित चैटबॉट्स और डिजिटल असिस्टेंट्स लॉन्च कर लाखों उपयोगकर्ताओं को आकर्षित किया है। इसके मुकाबले एप्पल अभी तक एआई के क्षेत्र में कोई बड़ा कदम नहीं उठा पाया है।
टिम कुक ने एक कॉर्पोरेट बैठक में कहा, “हम एआई में अपनी क्षमताओं को तेजी से बढ़ाने के लिए तैयार हैं और इसके लिए आवश्यक वित्तीय संसाधनों का निवेश करेंगे। हमारा लक्ष्य एप्पल उत्पादों और सेवाओं में उन्नत एआई तकनीक को एकीकृत करना है ताकि उपयोगकर्ताओं को बेहतर अनुभव मिल सके।”
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विशेषज्ञों का मानना है कि एप्पल का यह कदम कंपनी के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है क्योंकि टेक उद्योग में एआई प्रतिस्पर्धा तेजी से बढ़ रही है। माइक्रोसॉफ्ट और गूगल के बाद अब अमेज़न और मेटा जैसी कंपनियां भी एआई क्षेत्र में आक्रामक रूप से निवेश कर रही हैं।
एप्पल पहले ही आईफोन, आईपैड और मैकबुक में मशीन लर्निंग और ऑन-डिवाइस एआई फीचर्स का इस्तेमाल कर रहा है, लेकिन अब कंपनी चैटबॉट्स, जनरेटिव एआई और वॉयस असिस्टेंट्स में भी नई संभावनाओं की तलाश कर रही है।
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