चीन के सरकारी मीडिया ने अमेरिका को ‘निगरानी साम्राज्य’ करार दिया है। यह बयान उस रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें दावा किया गया कि अमेरिकी अधिकारियों ने उन्नत चिप्स की लक्षित खेपों में गुप्त रूप से लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस लगाए थे, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या ये चिप्स चीन की ओर मोड़े जा रहे हैं।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी प्रशासन ने संवेदनशील तकनीकी उत्पादों की शिपमेंट पर कड़ी निगरानी रखने के लिए यह कदम उठाया। यह ट्रैकिंग डिवाइस उन खेपों में लगाए गए थे जिनके गंतव्य या अंतिम उपयोग को लेकर संदेह था। अमेरिका को आशंका है कि उन्नत चिप्स का इस्तेमाल चीन की सैन्य क्षमताओं को मजबूत करने के लिए किया जा सकता है।
चीन के सरकारी मीडिया ने इस कार्रवाई को “अनुचित हस्तक्षेप और तकनीकी दमन” बताया और कहा कि यह अमेरिका की दोहरी नीति और असली इरादों को उजागर करता है। रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिका लगातार राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर चीन पर तकनीकी प्रतिबंध लगाता रहा है और अब खुलेआम वैश्विक सप्लाई चेन की निगरानी कर रहा है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और बिगाड़ सकता है। अमेरिका ने हाल के वर्षों में कई चीनी कंपनियों को निर्यात प्रतिबंध सूची में डाला है, जबकि चीन ने बार-बार इन प्रतिबंधों को राजनीतिक प्रेरित बताया है।
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