फ्रांस ने टेलीग्राम के संस्थापक पावेल डुरोव पर लगाए गए यात्रा प्रतिबंध को हटा दिया है। डुरोव पर उनके मैसेजिंग ऐप पर अवैध और हानिकारक सामग्री के प्रसार को रोकने में कथित लापरवाही का आरोप है, जिसके चलते 2024 में उन्हें पेरिस में हिरासत में लिया गया था। 41 वर्षीय रूसी मूल के उद्यमी के खिलाफ फ्रांसीसी अधिकारियों ने औपचारिक जांच शुरू की थी और उन पर अपराध से संबंधित गतिविधियों में संलिप्तता का आरोप लगाया गया था।
शुरुआत में डुरोव को फ्रांस छोड़ने की अनुमति नहीं थी, लेकिन जुलाई 2025 में उनके न्यायिक नियंत्रण को आंशिक रूप से ढीला किया गया, जिससे उन्हें संयुक्त अरब अमीरात—जहां टेलीग्राम स्थित है—में अधिकतम दो सप्ताह तक रहने की अनुमति मिली। अब न्यायिक अधिकारियों ने उनका यात्रा प्रतिबंध पूरी तरह हटा दिया है और उन्हें नाइस शहर में पुलिस को रिपोर्ट करने की आवश्यकता भी समाप्त कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, डुरोव पिछले एक वर्ष से अपने सभी कानूनी दायित्वों का पूर्ण रूप से पालन कर रहे थे। डुरोव, जिनके पास फ्रांस और रूस दोनों की नागरिकता है, पर आरोप है कि उनकी प्लेटफ़ॉर्म टेलीग्राम पर अवैध लेनदेन, बाल यौन शोषण की सामग्री और अन्य आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने के मामले सामने आए।
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दिसंबर 2024 में प्रारंभिक पूछताछ के दौरान डुरोव ने स्वीकार किया था कि प्लेटफ़ॉर्म पर अपराध से जुड़े तत्वों की मौजूदगी बढ़ी है, और उन्होंने कंटेंट मॉडरेशन को मजबूत करने का आश्वासन दिया था। हालांकि, उनका कहना है कि फ्रांसीसी अधिकारियों ने सामग्री नियंत्रण से संबंधित पूछताछ में उचित कानूनी प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया।
डुरोव इन आरोपों को खारिज कर चुके हैं और उनका कहना है कि उनकी गिरफ्तारी ने फ्रांस की "मुक्त देश" की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचाया। दूसरी ओर, उनके वकीलों ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है।
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