गूगल द्वारा प्रकाशित एक ताज़ा अध्ययन के अनुसार, लगभग 90% वीडियो गेम डेवलपर्स अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एजेंट्स का उपयोग कर रहे हैं। यह रिपोर्ट सोमवार को जारी की गई, जिसमें अधिकांश प्रतिभागियों ने कहा कि एआई उनके काम को तेज़ और कुशल बना रहा है।
रिपोर्ट में बताया गया कि गेम डेवलपमेंट इंडस्ट्री में एआई का उपयोग मुख्य रूप से बोझिल और दोहराव वाले कार्यों को स्वचालित करने के लिए किया जा रहा है। इसमें गेम के डिज़ाइन, कोडिंग, परीक्षण और बग फिक्सिंग जैसे कई चरण शामिल हैं। डेवलपर्स का कहना है कि एआई के कारण वे अब ज्यादा समय रचनात्मक पहलुओं, जैसे स्टोरीलाइन और यूज़र एक्सपीरियंस, पर दे पा रहे हैं।
अध्ययन में यह भी उल्लेख किया गया कि एआई न केवल विकास की गति बढ़ा रहा है, बल्कि लागत में कमी और गुणवत्ता सुधार में भी मददगार साबित हो रहा है। कई कंपनियां एआई एजेंट्स का इस्तेमाल एनपीसी (नॉन-प्लेएबल कैरेक्टर) के व्यवहार को यथार्थवादी बनाने और गेम की जटिलता बढ़ाने के लिए कर रही हैं।
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गूगल के विश्लेषकों का कहना है कि आने वाले वर्षों में एआई का उपयोग और व्यापक होगा, जिससे गेम डेवलपमेंट की प्रक्रिया पूरी तरह बदल सकती है। हालांकि, विशेषज्ञों ने यह भी चेतावनी दी कि एआई के बढ़ते उपयोग से नौकरियों पर असर पड़ सकता है और नैतिक चुनौतियाँ भी सामने आ सकती हैं।
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