पापुआ न्यू गिनी (PNG) ने शुक्रवार को घोषणा की कि अल्फाबेट की सहायक कंपनी गूगल देश में तीन नई समुद्री केबल स्थापित करेगी। यह पूरा प्रोजेक्ट ऑस्ट्रेलिया द्वारा वित्तपोषित किया जा रहा है और यह दोनों देशों के बीच हुए "पुकपुक संधि" के तहत डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका लंबे समय से पापुआ न्यू गिनी को एक रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान मानते हैं, क्योंकि चीन इस क्षेत्र में अपनी मौजूदगी बढ़ा रहा है। PNG के कार्यवाहक सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी मंत्री पीटर सियामलिली के अनुसार, 120 मिलियन डॉलर की लागत वाला यह प्रोजेक्ट देश के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों साथ ही स्वायत्त क्षेत्र बोगनविले को हाई-कैपेसिटी केबल सिस्टम से जोड़ेगा।
सियामलिली ने कहा कि यह निवेश पूरी तरह ऑस्ट्रेलिया द्वारा रक्षा संधि के तहत किया जा रहा है, जो दोनों देशों की डिजिटल सुरक्षा, क्षेत्रीय स्थिरता और विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। गूगल इन आधुनिक अंतरराष्ट्रीय मानक वाली समुद्री केबलों का निर्माण करेगा।
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इन केबलों के बाद PNG किसी एकल विफलता बिंदु पर निर्भर नहीं रहेगा, जिससे देश में हाइपर-स्केलर्स और वैश्विक डिजिटल कंपनियों के निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी।
पुकपुक संधि के तहत ऑस्ट्रेलियाई रक्षा कर्मियों को PNG के संचार नेटवर्क, सैटेलाइट स्टेशन और केबल सुविधाओं तक पहुंच भी मिलेगी।
रिपोर्ट के अनुसार, गूगल ऑस्ट्रेलिया के क्रिसमस द्वीप पर एक डेटा हब बनाने की योजना भी पहले ही घोषित कर चुका है, जिसे भविष्य में एशिया और अफ्रीका से जोड़ने के लिए नई केबल बिछाई जाएंगी।
इस बीच, अमेरिका भी PNG के साथ अपनी सैन्य साझेदारी बढ़ा रहा है और 2023 में दोनों देशों ने रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
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