दीपावली से पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर नफरत फैलाने और मुस्लिम व्यापारियों के आर्थिक बहिष्कार को बढ़ावा देने वाले संदेशों में तेज़ी देखी गई है। रिपोर्टों के अनुसार, दक्षिणपंथी विचारधारा से जुड़े कई प्रभावशाली उपयोगकर्ताओं — जिनमें कई सत्यापित (वेरिफाइड) अकाउंट धारक भी शामिल हैं — ने हिंदू समुदाय से अपील की कि वे त्योहार के दौरान मुस्लिम दुकानदारों और विक्रेताओं से सामान न खरीदें।
इन उपयोगकर्ताओं के पास हजारों से लेकर लाखों तक फॉलोअर्स हैं, और उनके पोस्ट पर हजारों बार रीट्वीट और लाइक किए गए, जिससे इस तरह की भड़काऊ सामग्री का व्यापक प्रसार हुआ। पोस्टों में न केवल बहिष्कार की अपील की गई, बल्कि कुछ मामलों में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक और भेदभावपूर्ण भाषा का भी प्रयोग किया गया।
डिजिटल अधिकार समूहों ने इस प्रवृत्ति पर चिंता जताते हुए कहा है कि ऐसी ऑनलाइन मुहिमें सामाजिक सौहार्द को कमजोर करती हैं और समुदायों के बीच अविश्वास को बढ़ावा देती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कंटेंट मॉडरेशन की नीतियां कमजोर हो गई हैं, जिससे नफरत फैलाने वाले अकाउंट्स पर समय रहते कार्रवाई नहीं हो रही।
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इस बीच, नागरिक समाज संगठनों और कुछ राजनीतिक नेताओं ने सरकार और सोशल मीडिया कंपनियों से आग्रह किया है कि वे इस तरह के भड़काऊ पोस्टों पर तुरंत कार्रवाई करें और त्योहारों के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की दिशा में ठोस कदम उठाएं।
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