भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष वी. नारायणन ने हाल ही में चेन्नई के निकट एक कार्यक्रम में भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की ऐतिहासिक उपलब्धियों और आगामी योजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि इसरो अगले कुछ महीनों में अमेरिकी निर्मित 6,500 किलोग्राम वजन वाले एक संचार उपग्रह को अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक लॉन्च करेगा।
इस उपग्रह का निर्माण अमेरिका में हुआ है और इसे भारत के संचार नेटवर्क को और मजबूत बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इसरो की यह पहल भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग और तकनीकी साझेदारी को दर्शाती है।
वी. नारायणन ने इसरो की अब तक की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ने अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में लगातार प्रगति की है और विश्व मंच पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने बताया कि इसरो ने पिछले वर्षों में कई महत्वपूर्ण मिशन सफलतापूर्वक पूरे किए हैं, जिनमें चंद्र मिशन, मंगल मिशन और कई उपग्रह प्रक्षेपण शामिल हैं।
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इसके अलावा, उन्होंने भारत के भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के बारे में भी जानकारी दी, जिनमें और अधिक जटिल उपग्रह लॉन्च, मानव मिशन, और गहरे अंतरिक्ष की खोज शामिल हैं।
नारायणन ने कहा कि इसरो का लक्ष्य न केवल वैज्ञानिक और तकनीकी उन्नति है, बल्कि देश के विकास में अंतरिक्ष तकनीक के उपयोग को भी बढ़ावा देना है, जिससे दूरसंचार, मौसम पूर्वानुमान, रक्षा और ग्रामीण क्षेत्रों में सुधार हो सके।
इसरो के इस नए उपग्रह लॉन्च से भारत की अंतरिक्ष क्षमता और वैश्विक सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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