चैटजीपीटी के मालिक ओपनएआई से जुड़े एक मामले में दाखिल कोर्ट दस्तावेज़ों से खुलासा हुआ है कि अरबपति एलन मस्क ने ओपनएआई के अधिग्रहण या उसमें निवेश की बोली को लेकर मार्क ज़करबर्ग से मदद मांगी थी।
दस्तावेज़ों के अनुसार, मस्क और ज़करबर्ग के बीच संभावित वित्तीय व्यवस्था और निवेश को लेकर बातचीत हुई थी। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि ज़करबर्ग या उनकी कंपनी मेटा ने इस संभावित डील में कोई औपचारिक कदम उठाया या नहीं।
ओपनएआई ने कोर्ट में कहा कि मस्क ने यह संपर्क ऐसे समय में किया जब वे कंपनी में हिस्सेदारी लेने की योजना बना रहे थे। यह भी उल्लेख किया गया कि मस्क, जो पहले ओपनएआई के सह-संस्थापकों में से एक थे, कंपनी से अलग होने के बाद बार-बार इसके ढांचे और दिशा पर सवाल उठाते रहे हैं।
और पढ़ें: एलन मस्क बनाम नरेंद्र मोदी: भारत में इंटरनेट सेंसरशिप पर टकराव की अंदरूनी कहानी
विशेषज्ञों का कहना है कि इस खुलासे से मस्क और ओपनएआई के बीच चल रहे विवाद को नया आयाम मिला है। मस्क लंबे समय से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नैतिक इस्तेमाल और ओपन-सोर्स विकास के पक्षधर रहे हैं, जबकि ओपनएआई ने हाल के वर्षों में व्यावसायिक मॉडल की ओर कदम बढ़ाया है।
और पढ़ें: टेस्ला ने एलन मस्क को 29 अरब डॉलर के शेयर देने की मंजूरी दी, अदालत में मामला जारी